भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है, और इस बदलाव की अगली क्रांतिकारी लहर बनकर उभरने को तैयार है – अल्ट्रावॉयलेट टेसेरैक्ट (Ultraviolette Tesseract)। यह कोई साधारण बाइक नहीं, बल्कि एक हाई-परफॉर्मेंस हाइब्रिड सुपरबाइक है, जो न केवल देश में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नजरें खींचने वाली है।
बेंगलुरु स्थित कंपनी अल्ट्रावॉयलेट ऑटोमोटिव (Ultraviolette Automotive) पहले ही अपनी F77 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल से चर्चा में आ चुकी है। लेकिन अब कंपनी एक कदम और आगे बढ़ते हुए, फ्यूचरिस्टिक तकनीक और डिज़ाइन के साथ टेसेरैक्ट को पेश करने जा रही है – जो वास्तव में “गेम-चेंजर” साबित हो सकता है।
टेसेरैक्ट का डिज़ाइन पारंपरिक मोटरसाइकिलों से बिल्कुल अलग है। यह बाइक एक फ्यूचरिस्टिक आर्टवर्क की तरह लगती है – जिसमें एयरोडायनामिक बॉडी, एंगुलर एलिमेंट्स और मस्क्युलर पैनल्स का परफेक्ट संतुलन है।
बाइक में LED लाइटिंग का प्रयोग आधुनिकता को और भी आगे ले जाता है, और इसका फ्रेम एक स्पोर्ट्स मशीन जैसी मजबूती को दर्शाता है। यह स्पष्ट है कि अल्ट्रावॉयलेट टेसेरैक्ट को खासतौर पर उन राइडर्स के लिए डिजाइन (Design) किया गया है जो स्पीड और स्टाइल दोनों में समझौता नहीं करते।
टेसेरैक्ट की सबसे खास बात है इसका हाइब्रिड पावरट्रेन। यह बाइक एक इलेक्ट्रिक मोटर और आईसी इंजन के कॉम्बिनेशन से चलेगी, यानी यह एक E-ICE हाइब्रिड मोटरसाइकिल (Hybrid Motorcycle) है। इससे न केवल बाइक को जबरदस्त पावर मिलेगी, बल्कि फ्यूल एफिशिएंसी और पर्यावरण की दृष्टि से भी यह एक बेहतरीन विकल्प साबित होगी।
हालांकि कंपनी ने अभी तक सटीक पावर आउटपुट और बैटरी-स्पेसिफिकेशन साझा नहीं किए हैं, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बाइक 200+ बीएचपी की पावर और 300 किमी से ज्यादा की रेंज देने में सक्षम होगी।
टेसेरैक्ट सिर्फ एक बाइक नहीं, बल्कि एक स्मार्ट सुपरबाइक है। इसमें AI-बेस्ड सिस्टम होने की संभावना है, जो राइडिंग पैटर्न को एनालाइज़ करके परफॉर्मेंस को ऑटोमैटिकली एडजस्ट कर सकता है।
संभावित फीचर्स (Possible Features) में शामिल हो सकते हैं:
फुली डिजिटल डिस्प्ले – जिसमें नेविगेशन, लाइव टेलीमेट्री, बैटरी स्टेटस, राइडिंग मोड्स और कनेक्टिविटी अलर्ट्स मिलेंगे।
4G/5G कनेक्टिविटी – ताकि बाइक क्लाउड से कनेक्ट हो सके और OTA अपडेट्स मिले।
बायोमेट्रिक इग्निशन – जैसे फिंगरप्रिंट स्टार्ट या फेस अनलॉक।
ADAS फीचर्स – जैसे ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन, कॉर्नरिंग असिस्ट और इमरजेंसी ब्रेकिंग।
यह सब दर्शाता है कि टेसेरैक्ट एक तकनीकी चमत्कार के रूप में पेश की जा रही है।
टेसेरैक्ट को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह एक रेसिंग सुपरबाइक की तरह परफॉर्म कर सके, लेकिन सिटी राइड में भी सहज अनुभव दे। कंपनी इसे ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) फीचर के साथ पेश कर सकती है, जिससे इसकी ग्रिप और स्टेबिलिटी और बेहतर हो जाए।
0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार को यह बाइक 3 सेकंड से भी कम समय में पकड़ सकती है, और इसकी टॉप स्पीड 250 किमी/घंटा या उससे अधिक बताई जा रही है।
अल्ट्रावॉयलेट ने फिलहाल टेसेरैक्ट के लिए कोई सटीक लॉन्च डेट घोषित नहीं की है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि इसका कॉन्सेप्ट वर्जन 2024-2025 के बीच प्रदर्शित किया जा सकता है, और 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत तक इसे प्रोडक्शन वर्जन में लाया जा सकता है।
इसकी कीमत की बात करें तो टेसेरैक्ट एक प्रीमियम प्रोडक्ट होगा। संभावना है कि इसकी कीमत ₹10 लाख से ₹15 लाख (एक्स-शोरूम) के बीच हो सकती है। यह भारत की अब तक की सबसे एडवांस और महंगी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलों में से एक हो सकती है।
बिलकुल। अल्ट्रावॉयलेट टेसेरैक्ट एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो सिर्फ बाइक नहीं बेच रहा, बल्कि भविष्य की सोच बेच रहा है। यह भारतीय टू-व्हीलर बाजार (Indian Two-Wheeler Market) में उस वर्ग को टारगेट करता है जो परफॉर्मेंस, डिजाइन, और टेक्नोलॉजी के शौकीन हैं और जो अपनी सवारी को पहचान बनाना चाहते हैं।
भारत में जहां अभी भी ईवी को लेकर संकोच है, वहीं अल्ट्रावॉयलेट टेसेरैक्ट जैसे प्रोजेक्ट्स न केवल भरोसा बढ़ाएंगे, बल्कि इंडस्ट्री की दिशा भी तय करेंगे।
अल्ट्रावॉयलेट टेसेरैक्ट कोई साधारण मोटरसाइकिल नहीं, बल्कि एक “इनोवेशन का प्रतीक” है। यह भारत को ग्लोबल इलेक्ट्रिक परफॉर्मेंस बाइक मैप पर लाने की क्षमता रखता है।
अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा, तो टेसेरैक्ट न केवल भारतीय सड़कों पर बल्कि वैश्विक मंच पर भी “गेम चेंजर” के रूप में अपनी पहचान बना सकती है।